हिमाचल के वीर लेफ्टिनेंट अश्ववीर सिंह को मिला वीर चक्र – ऑपरेशन सिंदूर में दिखाई बहादुरी - HimExam - All Himachal Pradesh Job Notifications, Results, Question

हिमाचल के वीर लेफ्टिनेंट अश्ववीर सिंह को मिला वीर चक्र – ऑपरेशन सिंदूर में दिखाई बहादुरी

हिमाचल के वीर लेफ्टिनेंट अश्ववीर सिंह को मिला वीर चक्र – ऑपरेशन सिंदूर में दिखाई बहादुरी

ऑपरेशन सिंदूर में वीरता दिखाने वाले अश्ववीर को मिला वीर चक्र

शिमला: ऑपरेशन सिंदूर में असाधारण वीरता और साहस का परिचय देने वाले लेफ्टिनेंट अश्ववीर सिंह को वीर चक्र से सम्मानित किया गया है। अश्ववीर सिंह ने आतंकियों से मुकाबला करते हुए अपनी बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा का प्रदर्शन किया।


अश्ववीर सिंह ठाकुर का परिचय

  • नाम: फ्लाइट लेफ्टिनेंट अश्ववीर सिंह ठाकुर
  • गांव: जखोल
  • उपमंडल: जुब्बल
  • जिला: शिमला, हिमाचल प्रदेश
  • सम्मान: वीर चक्र (2025)

ऑपरेशन सिंदूर में साहसिक कारनामा

लेफ्टिनेंट अश्ववीर सिंह ऑपरेशन सिंदूर में आतंकियों से लोहा लेते हुए बहादुरी से लड़े। इस दौरान उन्होंने न केवल अपने दल का नेतृत्व किया बल्कि दुश्मनों को मात देकर सफलता हासिल की।

आतंकी ठिकानों को किया ध्वस्त

पाकिस्तान के बख्शापुर और मुरीदके में आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त करने में उनकी अहम भूमिका रही। इस अभियान में उन्होंने अपने साथियों का हौसला बढ़ाया और वीरता का अनूठा उदाहरण पेश किया।

सम्मानित हुए वीर चक्र से

उनकी वीरता और साहस को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया। यह सम्मान देश के वीर जवानों को दिया जाता है जिन्होंने अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया हो।

वीर चक्र का परिचय

वीर चक्र भारत का तीसरा सर्वोच्च युद्धकालीन वीरता पुरस्कार है, जो केवल असाधारण साहस और पराक्रम दिखाने वाले सैनिकों को प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार परम वीर चक्र और महावीर चक्र के बाद आता है।

वीर चक्र की स्थापना 26 जनवरी 1950 को की गई थी और इसे स्वतंत्रता के बाद से अब तक कई वीर जवानों को उनकी बहादुरी के लिए दिया जा चुका है। यह सम्मान भारतीय थल सेना, नौसेना और वायु सेना के अधिकारियों तथा सैनिकों को युद्ध अथवा विशेष सैन्य अभियानों में असाधारण वीरता दिखाने पर प्रदान किया जाता है।

इस पुरस्कार में एक कांस्य पदक दिया जाता है, जिसके एक ओर अशोक चक्र और दूसरी ओर "वीर चक्र" शब्द अंकित होता है। वीर चक्र सम्मान पाने वाले सैनिक को यह पदक, सम्मान पत्र और आजीवन पेंशन दी जाती है।

वीर चक्र प्राप्त करने वाले अन्य वायु सेना अधिकारी

ऑपरेशन सिंदूर में वीरता और साहस दिखाने वाले लेफ्टिनेंट अश्ववीर सिंह के साथ-साथ, भारतीय वायु सेना के कुल 8 अन्य अधिकारियों को भी वीर चक्र से सम्मानित किया गया है। उनके नाम इस प्रकार हैं:

  • ग्रुप कैप्टन (Gp Capt) रणजीत सिंह सिद्धू
  • ग्रुप कैप्टन मनीष अरोड़ा
  • ग्रुप कैप्टन अनिमेष पाटनी
  • ग्रुप कैप्टन कुणाल कालरा
  • विंग कमांडर (Wg Cdr) जॉय चंद्रा
  • स्क्वाड्रन लीडर सार्थक कुमार
  • स्क्वाड्रन लीडर सिद्धांत सिंह
  • स्क्वाड्रन लीडर रिजवान मलिक

इन सभी अधिकारियों ने राष्ट्र की सुरक्षा में अद्वितीय योगदान दिया और अपनी बहादुरी से भारतीय वायु सेना का नाम गौरवान्वित किया।

निष्कर्ष

लेफ्टिनेंट अश्ववीर सिंह का यह सम्मान देश के युवाओं को प्रेरणा देगा और यह साबित करता है कि भारतीय सेना के जवान हर परिस्थिति में देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं।

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